Chapter 7: छाया मत छूना – गिरिजा कुमार माथुर Leave a Comment / Blog Spread the love Class (कक्षा) -10th गिरिजा कुमार माथुर 0 ALL THE BEST TIME UP Created by Santu Chapter 7: छाया मत छूना – गिरिजा कुमार माथुर छाया मत छूना – गिरिजा कुमार माथुर 1 / 20 छाया मत छूना ‘ कविता में ‘ चंद्रिका ‘ और ‘ कृष्णा ‘ किसके प्रतीकार्थ हैं ? सांसारिक मोह से मुक्ति आगमन – आवागमन चाँद – रात सुख – दुख 2 / 20 कवि के अनुसार , जो सुख जीवन में प्राप्त न हो सका , उसे भूलकर —— करना चाहिए । प्रभुता की कामना बीते क्षणों की याद भविष्य का वरण उचित समय की प्रतीक्षा 3 / 20 चाँदनी रात को देखकर कवि को किसकी याद आती है ? प्रेयसी से बिछुड़ते पलों की प्रेयसी के बालों में लगे फूलों की खुशबू की प्रेयसी से बिछुड़ते पलों की प्राकृतिक सौंदर्य की 4 / 20 कवि के अनुसार , वास्तविक खुशी और सफलता किस प्रकार प्राप्त की जा सकती है ? यश और वैभव कमाकर यथार्थ के पूजन द्वारा देह सुखी होने पर प्रभुता की कामना करने से 5 / 20 कवि ने किसके पूजन की बात कही है ? जीवन के सुखद क्षणों की अतीत के सुहावने क्षणों की जीवन की कटु सच्चाई की मन के भ्रम की 6 / 20 छाया मत छूना ‘ कविता के कवि कौन हैं ? ऋतुराज सूरदास नागार्जुन गिरिजाकुमार माथुर 7 / 20 ‘ हर चंद्रिका में छिपी एक रात कृष्णा है ‘ पंक्ति का भाव है इनमें सभी सुख – दुख के क्षण सदैव स्थिर रहते हैं सुख – दुख जीवन के अभिन्न अंग हैं चाँद की किरणों में आशा की किरण विद्यमान होती है 8 / 20 कवि के जीवन की ‘ सुरंग – सुधियाँ ‘ क्या हैं ? बीती सुखद स्मुतियाँ प्रिया के पुष्प गुच्छ प्रिया मिलन की सुनहरी यादें सच्चाई का कटु अनुभव 9 / 20 ‘शरद – रात ‘ आने पर चाँद के न खिलने से किस भाव की अभिव्यक्ति हुई है ? निराशा के भाव की संतुष्टि के भाव की क्रोध के भाव की आशा के भाव की 10 / 20 छाया मत छूना ‘ कविता में प्रयुक्त ‘ शरद रात ‘ व ‘ वसंत ‘ का प्रतीकात्मक अर्थ क्या है ? जीवन के सुखद क्षण जीवन के कटु अनुभव जीवन के संघर्षमय क्षण जीवन के दुःखद क्षण 11 / 20 यामिनी ‘ किसका प्रतीक है ? सुखमय क्षणों का प्रेयसी से वियोग का विचलित कर देने वाले समय का निराशा का 12 / 20 ‘ छाया मत छूना ‘ कविता में ‘ छाया ‘ शब्द का प्रयोग किस संदर्भ में हुआ है ? संशय अतीत की स्मृतियाँ मानवीय प्रतिबिंब दुविधा 13 / 20 कवि अपने जीवन में क्या पाने के लिए निरंतर दौड़ता रहा ? अपार संपत्ति मान – प्रतिष्ठा लोकप्रियता इनमें सभी 14 / 20 सुरंग सुधियाँ सुहावनी ‘ में स्मृतियों को किस रूप में प्रस्तुत किया गया है ? विकट रूप में दुविधाग्रस्त रूप में रंग – बिरंगी मनभावक रूप में कटु रूप में 15 / 20 कवि ने प्रभुता की कामना को क्या माना है ? कटु यथार्थ मृगतृष्णा चंद्रिका जीवन की सच्चाई 16 / 20 दुविधा हत साहस ‘ का क्या अभिप्राय है ? साहस का दुविधा से ग्रस्त होना मन का दुविधा से ग्रस्त होना दुविधा में रहकर जोखिम भरे कार्य करना जीवन का साहसहीन होना 17 / 20 कवि छाया छूने से इसलिए मना कर रहा है क्योंकि यह- शारीरिक पीड़ा प्रदान करती है मृगतृष्णा मात्र है स्पर्श योग्य नहीं होती मन में पीड़ा बनकर चुभती रहती है 18 / 20 कवि के अनुसार , मनुष्य अतीत में खोए रहने के कारण रहता है । दुःखी सुखी उदास भ्रमित 19 / 20 कुंतल के फूलों की याद बनी चाँदनी ‘ में ‘ कुंतल ‘ शब्द से क्या अभिप्राय है ? कमल के फूल रंग – बिरंगे वस्त्र बगीचा लंबे बाल 20 / 20 हर चंद्रिका में छिपी एक रात कृष्णा है ‘ पंक्ति में ‘ चंद्रिका ‘ का प्रतीकार्थ क्या है ? चाँद का प्रकाश चांदनी रात जीवन के दुःखद क्षण जीवन के सुखद क्षण Your score isThe average score is 0% 0% Restart quiz SANTU KUMAR I am a passionate Teacher of Class 8th to 12th and cover all the Subjects of JAC and Bihar Board. I love creating content that helps all the Students. Follow me for more insights and knowledge. Contact me On WhatsApp