Chapter 6: खनिज तथा उर्जा संसाधन

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प्रश्न 1. खनिज से आप क्या समझते है ?

या 

खनिज पदार्थ क्या है ?

उत्तर- धरातल के अंदर रासायनिक संगठन वाले तथा भौतिक अवस्था में पाए जाने वाले खनन क्रिया द्वारा बहुमूल्य पदार्थ को खनिज कहा जाता है |

  • विशेषता -:

a) इसका क्षेत्रिय वितरण असमान होता है |

b) एक बार प्रयोग होने के बाद ये कभी भी समाप्त हो सकता है |

c) अधिक गुणवता वाले खनिज की मात्रा कम एवं कम गुणवता वाले खनिज की मात्रा अधिक पाई जाती है |

d) खनिज पदार्थ को बनने में करोड़ो वर्ष लग जाते है |

प्रश्न 2. खनन से आप क्या समझते है ?

उत्तर – सामान्यत: धरातल की उपरी शेली को खोदकर बहुमूल्य पदार्थो को जमींन की गहराई से निकालने की प्रक्रिया हि खनन कहलाता है |

                                                                           जिस स्थान पर किसी महत्वपूर्ण खनिज का उत्खनन या खनन होता है, उसे खाद्यान या खान कहते है |

जेसे – झरिया कोयला खान (धनबाद), बादम पहाड़ लौह अयस्क खान (ओड़िसा)

प्रश्न 3. चट्टान से आप क्या समझते है ?

या 

शेल से आप क्या समझते है ?

उत्तर – धरातल पर अवस्थित वै समस्त पदार्थ जो धातुओं के रूप में नही पाया जाता है, एवं जिसका निर्माण एक या एक से अधिक खनिज पदार्थों से मिलकर होता है जो कठोर अथवा मुलायम स्थिति में पाए जाते है, उसे चट्टान या शेल कहते है |

प्रश्न 4. भारत के  विभिन्न खनिज पेट्टियों का वर्णन करे ?

उत्तर – भारत में अधिकांश खनिज संसाधन प्रायद्वीपिय पठारी क्षेत्र में पाया जाता है | जो खनिजो के वितरण हेतु भारत में चार महत्वपूर्ण पेट्टियों का विस्तार पाया जाता है | जो निम्न है -:

a) उत्तर-पूर्वी क्षेत्र – इसके अंतर्गत छोटानागपुर पठार झारखण्ड, पश्चिम-बंगाल, बिहार, छतिसगढ, एवं ओड़िसा को शामिल किया जाता है | जो भारत में सर्वाधिक खनिज संसाधन वाला क्षेत्र है, जिसे भारतीय खनिज का हृदय स्थल भी कहा जाता है |

b) मध्यवर्ती पेट्टी – इसका विस्तार मध्यप्रदेश, पूर्वी-महाराष्ट्र, छतिसगढ, तथा तेलंगाना तक पाया जाता है | 

जेसे – लौह अयस्क, कोयला, एवं ताँबा के भंडार मिलते है |

c) उत्तरी-पश्चमी पेटी या अरावली पेटी – इसके अंतर्गत गुजरात, राजस्थान के अरावली श्रेणी ताँबा, बलुआ, ग्रेनाइट, संगमरमर, जिप्सम भवन निर्माण हेतु विभिन्न मुख्य पत्थर का विस्तार पाया जाता है |

d) दक्षिणी एवं दक्षिणी-पश्चमी पेटी – इसके अंतर्गत गोवा, कर्नाटक का पठारी क्षेत्र, तमिलनाडु का पहाड़ी क्षेत्र में लौह अयस्क, थौरियम आदि खनिज का विस्तार पाया जाता है |

                    इसके अलावे भारत में हिमालय पेटी के अंतर्गत ताँबा, सीसा, कीमती पत्थर, जस्ता, आदि का विस्तार पाया जाता है | एवं भारत के पूर्वी-तटीय इलाको में खनिज तेल एवं प्राकृतिक गेस का भंडार पाया जाता है |

प्रश्न 5. धात्विक एवं अधात्विक खनिज में अंतर स्पष्ट करे ?

उत्तर – 

धात्विक खनिज अधात्विक खनिज
इसमें धात्विक पदार्थो की प्रधानता पाई जाती है |इसमें अधात्विक पदार्थो की प्रधानता पाई जाती है |
इन धात्विक खनीज को आसानी से पिघलाया जा सकता है |इन खनिजो को आसानी से नही पिघलाया जा सकता है |
मुख्यत: ये खनिज आग्नेय चट्टानों में पाए जाते है |मुख्यत: ये खनिज अवसादी अथवा रूपांतरित चट्टानों में पाए जाते है |
इसे एक प्रयोग के बाद पुन: प्रयोग में लाया जा सकता है |इसे बार-बार प्रयोग में नही लाया जा सकता है |
इन खनिजो का किसी दुसरे रूप में परिवर्तन किया जा सकता है |इसे दुसरे रूप में परिवर्तन नही किया जा सकता है |

प्रश्न 

Author

SANTU KUMAR

I am a passionate Teacher of Class 8th to 12th and cover all the Subjects of JAC and Bihar Board. I love creating content that helps all the Students. Follow me for more insights and knowledge.

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