Chapter 4: आत्मकथ्य – जयशंकर प्रसाद

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Class (कक्षा) -10th

जयशंकर प्रसाद

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Created by Santu

Chapter 4: आत्मकथ्य – जयशंकर प्रसाद

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मुरझाकर गिर रही पत्तियाँ किसकी प्रतीक हैं ?

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कवि का दांपत्य जीवन कैसा है ?

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कवि ने अपने मन को किसका रूप दिया है ?

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कवि ने खाली घड़े से किसकी ओर इशारा किया है ?

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कवि ने अब तक कैसा जीवन जीया है ?

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कवि के जीवन की गागर कैसी है ?

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गहरे नीले आकाश में अनगिनत लोगों ने क्या लिखे हैं ?

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कवि अपनी आत्मकथा लिखने के बजाय क्या करना चाहता है ?

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कवि अपने किस स्वभाव को दोष नहीं देना चाहते हैं ?

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कवि के जीवन के सारे दुःख – दर्द और अभाव अब कैसे हैं ?

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कवि अपने जीवन के किन अनुभवों को सबसे बाँटना नहीं चाहते ?

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कवि के आलिंगन में आते – आते कौन रह गया ?

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कविता में थका हुआ पथिक कौन है ?

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कवि के सरल स्वभाव के कारण किसने धोखा दिया है ?

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Author

SANTU KUMAR

I am a passionate Teacher of Class 8th to 12th and cover all the Subjects of JAC and Bihar Board. I love creating content that helps all the Students. Follow me for more insights and knowledge.

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