Bihar Board Class 9 Hindi Chapter 6 Solutions – अष्टावक्र

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‘अष्टावक्र’ बिहार बोर्ड की कक्षा 9 हिंदी पाठ्यपुस्तक का एक मार्मिक और संवेदनशील अध्याय है। यह कहानी एक ऐसे व्यक्ति की है, जिसका शरीर असामान्य रूप से मुड़ा हुआ था—अष्टावक्र। लेखक ने बड़े ही कोमल और समझदार अंदाज़ में अष्टावक्र के जीवन की कठिनाइयाँ, उसकी माँ के अपार प्रेम और उनके संघर्षों को प्रस्तुत किया है। यह कहानी पाठकों को यह सिखाती है कि चाहे कोई शारीरिक रूप से किसी भी स्थिति में हो, उसे सम्मान और प्रेम दिया जाना चाहिए। इसके माध्यम से छात्र न केवल समाज में विकलांगता के प्रति सहानुभूति और संवेदनशीलता विकसित करते हैं, बल्कि मानवीय मूल्यों और जीवन की सच्चाइयों को भी बेहतर समझ पाते हैं। अष्टावक्र का यह जीवन-दर्शन हमें जीवन की कठिनाइयों से हार न मानने और प्रेम व संघर्ष की ताकत को पहचानने का संदेश देता है।

Bihar Board Class 9 Hindi Chapter 6 Solutions

Subject Hindi
Class 9th
Chapter 6. अष्टावक्र
Author विष्णु प्रभाकर
Board Bihar Board

प्रश्न 1. इस रेखाचित्र के प्रधान पात्र को लेखक ने अष्टावक्र क्यों कहा है?

उत्तर – अष्टावक्र के पैर उस नायिका की तरह बलखाते थे, जैसा कवि अपनी कविता में चित्रित करता है, और उसका शरीर हिंडोले की तरह झूलता था। इसी कारण लेखक ने उसे ‘अष्टावक्र’ नाम दिया है, जिसका अर्थ होता है ‘मुड़ा हुआ शरीर’। यह नाम उसके शारीरिक स्वरूप और चलने-फिरने के तरीके को दर्शाता है।

प्रश्न 2. कोठरियाँ कहाँ बनी हुई थी?

उत्तर – खजांचियों की विशाल अट्टालिका के रास्ते पर सौभाग्य के विपरीत, चिरसंगी दुर्भाग्य की तरह अनेक छोटी-छोटी, अंधेरी और बदबूदार कोठरियाँ बनी हुई थीं। यह विरोधाभास अट्टालिका की भव्यता और उसके भीतर छिपे दुर्दशाजनक हालात को दर्शाता है।

प्रश्न 3. अष्टावक्र कहाँ रहता था?

उत्तर – अष्टावक्र अपने घर के बजाय कुएँ की जगह पर रहता था। यह उसकी असामान्य जीवन परिस्थितियों और समाज से अलग-थलग रहने को दर्शाता है।

प्रश्न 4. अष्टावक्र के पिता कब चल बसे थे?

उत्तर – अष्टावक्र के पिता की मृत्यु होने से पहले ही उनकी माता चल बसी थीं।

प्रश्न 5. चिड़चिड़ापन अष्टावक्र की मां का चिरसंगी क्यों बन गया?

उत्तर – असमय आ पहुंचने वाले बुढ़ापे के कारण अष्टावक्र की मां का शरीर प्रायः शिथिल हो चुका था, और वह कभी-कभी लंगड़ाते हुए चलती थी। लगातार अभावों और कठिनाइयों से जूझते-जूझते उसका स्वभाव चिड़चिड़ा हो गया था।

प्रश्न 6. अष्टावक्र: क्या-क्या बेचा करता था?

उत्तर – अष्टावक्र कचालू की चाट, मूंग की दाल की पकौड़ियाँ, दही के आलू और पानी के बतासे बेचता था। ये सब सरल और सस्ते व्यंजन थे, जिन्हें वह अपने जीवनयापन के लिए बेचता था।

प्रश्न 7. चार की संख्या अष्टावक्र के स्मृति पटल पर पत्थर की रेखा की तरह अंकित क्यों हो गई थी?

उत्तर – अष्टावक्र की माँ ने उसे सिखाया था कि चार बतासे, चार पकौड़े और चार आलू देने के लिए विशेष तैयारी करनी चाहिए। इसी कारण चार की संख्या उसकी स्मृति में पत्थर की रेखा की तरह गहराई से अंकित हो गई थी।

प्रश्न 8. माँ माथा क्यों ठोका करती थी?

उत्तर – अष्टावक्र की माँ अपने माथे पर बताती थी कि वह जानती है कि उसके बेटे के पास दुनिया भर का साहस है। अष्टावक्र ने भी खास तौर पर उस समय खुद को मजबूत और साहसी बनाने का संकल्प लिया था।

प्रश्न 9. गर्मी के दिनों में माँ-बेटा कहाँ सोया करते थे?

उत्तर – गर्मी के दिनों में माँ और बेटा कुएँ के पास ही सोया करते थे। वहाँ की ठंडी हवा और छाया से उन्हें राहत और आराम मिलता था।

प्रश्न 10. अष्टावक्र ‘हाय माँ’ कहकर वहीं क्यों लुढक गया?

उत्तर – अष्टावक्र को पैर जलने का डर था, इसलिए उसने आलू और बेसन की कड़ाही को ऊँचे स्थान से नीचे फेंका। इस वजह से कड़ाही का तेल जल्दी उसकी छाती पर गिर गया। दर्द से वह चिल्लाया, “हाय माँ!” और ज़मीन पर गिर पड़ा।
Author

SANTU KUMAR

I am a passionate Teacher of Class 8th to 12th and cover all the Subjects of JAC and Bihar Board. I love creating content that helps all the Students. Follow me for more insights and knowledge.

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